मरती आवाज़ो के बीच
हक़्क़ो-हुक़ूक़ माँगना मना है,
एक सन्नाटा फैला है हवाओं में,
सर्द पड़ते जा रहे सांविधानिक मूल्यों पे,
गुफ़्तुगू करना मना है, चूप रहो,
यह लिखना भी मना है-2
जबां ख़ामोश औ’ क़लम बंद जेलों में,
उन्मादी देशभक्ति शोरों के बीच में,
तुम भी देशभक्त हो, मत कहो,
यह साबित करना भी मना है-2
न्याय उनका, सजा हमारा की रुत में,
कराहती संस्थाओं के रूप में,
हक़्क़ो-हुक़ूक़ माँगना मना है,
क़ातिल वे हैं, याद रखना भी मना है-2