JNU चुनाव के नतीजे आ चुके हैं, जिसमें इस बार कैंपस में पहली बार सेंट्रल पैनल में महासचिव के पद पर BAPSA की प्रियांशी आर्या को जीत मिली हैं। प्रियांशी आर्या दलित समाज से आती हैं और अपने आप को queer भी बताती हैं। अपने स्पीच में प्रियांशी आर्या ने बहुजन नायक –नायिकाओं का जिक्र किया था। प्रियांशी ने उत्तराखंड में UCC के नाम पर निजता पर हमला होने पर मोदी सरकार को भी घेरा था। बता दें कि लेफ्ट यूनिटी की उम्मीदवार स्वाति जो की महासचिव के पद की उम्मीदवार थी उनके नॉमिनेशन को EC द्वारा रद्द कर दिया था, इसके बाद लेफ्ट यूनिटी ने BAPSA की उम्मीदवार प्रियांशी आर्या को अपना समर्थन दिया। प्रियांशी का जितना इसलिए खास हो गया है कि वह एक शोषित समाज से आती हैं और कैंपस में आंबेडकरवाद की बुनियाद को मजबूती से रखेंगी।