हाल ही में जेएनयू अपने चुनावों के वजह से चर्चा में था, इस बार जेएनयू में इमरजेंसी पीरियड बन रही फ़िल्म की शूटिंग के वजह से चर्चा में है। दरअसल जेएनयू में एक फ़िल्म की शूटिंग एड ब्लॉक के पास हो रही है, यह वही एड ब्लॉक हैं, जहां से छात्रों ने अपने राष्ट्रीयता का परिचय दिया, जहां से कन्हैया का स्पीच वायरल हुआ, जहां से जेएनयू छात्र के नजीब की आवाज़ उठी, जहां से रोहित वेमूला के सांस्थानिक हत्या के खिलाफ़ पुरजोर विरोध हुआ, जहां से उमर खालिद, शरजील इमाम के रिहाई की आवाज़ उठी। इन सारे क्रांतिकारी आंदोलनों के बाद जेएनयू के एड ब्लॉक को सील कर दिया गया, जहां छात्रों का प्रदर्शन करना मना है। और आज उसी एड ब्लॉक पर फ़िल्म की शूटिंग हो रही है, जिसके विरुद्ध में जेएनयूएसयू और जेएनयू के छात्र खड़े हुए हैं। उनका मानना है कि यह एक शैक्षणिक जगह है, और यहां के हर कोने पर छात्रों का हक है, ऐसे में विश्विद्यालय प्रशासन द्वारा पैसे ले कर फ़िल्म की शूटिंग कराना शिक्षा का बाजारीकरण हैं, और इस बार के प्रेसडेंशियल डिबेट में भी छात्र संघ के अध्यक्ष धनंजय ने यह कहा भी था कि शिक्षा को बाजारू नहीं होने देंगे। इसीलिए वहां के छात्र शूटिंग का विरोध कर रहे हैं, जिस पर फ़िल्म के डायरेक्टर सुधीर मिश्रा ने आपत्ति जताई है।