पूर्व पत्रकार एवम राष्ट्रीय लोक दल के सदस्य ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है, उनका मानना है कि पार्टी का बीजेपी के साथ मेल –जोल देश के किसान, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजातियों के लिए खतरा है। उन्होंने कहा हमारी लड़ाई फसल यानि कि किसान, और नस्ल यानि की यहां के स्थानीय लोगो (SC/ST) के हक के लिए है और उसमें बीजेपी ने उन्हें धोखा ही दिया है, किसान आंदोलन के समय मृत किसानों को अभी तक इंसाफ नहीं मिला है, वही यूनिवर्सिटी, कॉलेजो में SC/ST की सीटे घट रही है, उनके आरक्षण को ढंग से लागू नही किया गया है। उन्होंने कहा है कि उन्हें RLD से आज भी दिक्कत नहीं है, लेकिन पार्टी का यदि गठबंधन बीजेपी के साथ करेगी तो वह उनका साथ नही देंगे। अपने इस्तीफे की जानकारी उन्होंने एक ट्वीट के माध्यम से दी है –
700 शहीद किसानों के लिए
लखीमपुर खीरी के किसानों के लिए
हाथरस की बेटी के लिए
महिला पहलवानों के लिए
जातिगत जनगणना के लिए
लोकतंत्र के लिए
संविधान बचाने के लिए
@RLDparty से में इस्तीफ़ा देता हूँ। देश तोड़ने और संविधान को बदलने वाले भाजपा का साथ देना मतलब देश से ग़द्दारी करना।
जय किसान,जय भीम!