लोकसभा चुनाव में आरक्षण बहुत बड़ा मुद्दा बना हुआ है। एक तरफ़ बीजेपी कांग्रेस पर इल्ज़ाम लगा रही है कि कांग्रेस एससी एसटी ओबीसी का आरक्षण मुसलमानों में बांटना चाहती है वही कांग्रेस बीजेपी पर इल्ज़ाम लगा रही है कि बीजेपी आरक्षण के खिलाफ़ है इनके नेता आए दिन खुलायम आरक्षण विरोधी बाते करते है। इन सभी चर्चाओं में दलित छात्रों की बात नदारद है, किसी ने एक बार भी रोहित वेमुला, पायल तड़वी जैसे छात्रों का जिक्र नहीं किया, विश्वविद्यालयों में दलित छात्रों के साथ जातिगत भेदभाव का भी जिक्र नहीं किया गया है, इसी बीच बीएसपी के नेशनल कॉर्डिनेटर आकाश आनंद का एक ट्वीट आया है उन्होंने लिखा है कि –
“देश के हर कॉलेज विश्वविद्यालयों में दलित छात्रों के अधिकारों का हनन हो रहा है। लेकिन ये याद रखिएगा बाबा साहेब के अनुयायी जाग चुके हैं।
वो दिन दूर नहीं जब दिल्ली पर दलित प्रधानमंत्री होगा तब सबका हिसाब किया जाएगा।
बाबा साहेब हमारी ताकत हमारी शक्ति हैं, हमारे भगवान हैं। उनकी पूजा में दखल बर्दाश्त नहीं करुंगा।
आज सीतापुर में पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं ने जो जोश और उत्साह दिखाया वो इस बात का प्रमाण है कि उत्तर प्रदेश एक बड़े बदलाव के लिए तैयार है।
जय भीम, जय भारत”