22 मार्च, बिहारवासियों के लिए यह बहुत बड़ा दिन हैं, आज ही के दिन बिहार ग्रेटर बंगाल से पृथक को कर एक अलग राज्य बना था। हालांकि बिहार में बिहार दिवस मनाने का सिलसिला वर्ष 2010 से शुरू हुआ। इस दिन लोग जगह- जगह इकट्ठा हो कर बिहार के गौरवशाली इतिहास को याद करते हैं, बिहार बुद्ध, जैन धर्म की धरती रही हैं। यहाँ के स्वतंत्रता सेनानियों ने आने खून पसीने से इस देश को बनाया हैं। उसके अलावा बिहार सांस्कृतिक रूप से भी काफी धनी रहा हैं। यदि हम खाने की बात करे तो बिहार का लिट्टी-चोखा विश्व भर में मशहूर हो रहा है। बिहार की धरती से जन्मा छठ पूजा को आज वैश्विक ख्याति मिली हैं।। बिहार के मेहनतकश लोग अपने मेहनत से दुनिया की इमारतें बना रहे हैं। लेकिन इतनी ख्यातियों के बीच यह जानना जरूरी हैं कि इतने प्राकृतिक, मानव संसाधन के बावजूद आज भी बिहार की गिनती पिछड़े राज्यों में क्यों होती हैं? बिहार सरकार राज्य की शिक्षा, ग़रीबी, बेरोजगारी, कृषि जैसे समस्याओं पर ध्यान दे और बिहार को भारत का एक बेहतर राज्य बनाए।